What is asparagus in hindi | Asparagus क्या हैं?

About asparagus in hindi – दोस्तों अगर कोई ब्यक्ति को धात रोग, स्वपनदोष, वीर्य का पतलापन, वीर्य की कमी, लिकोरिया, बांझपन, ब्रेस्ट का कमी होना, शारीरिक कमजोरी होना, तनाव की कमी, आत्मविश्वास की कमी आदि ऐसी कोई भी समस्या से परेशान हैं तो आप इस आर्टिकल को पूरा जरूर पढ़े इसमें एक ऐसे औषधि के बारे में बताने जा रहा हूँ जो आपकी यह सारी समस्या जड़ से खत्म करने की क्षमता रखती है तो आइए जानते हैं उस दिव्य औषधि शतावरी के बारे मे

Asparagus क्या हैं? | asparagus in hindi

Asparagus यानी शतावरी एक ऐसी जड़ी बूटी है जिसका अधिकतर इस्तेमाल महिलाओं और पुरुषों के यौन रोगों को ठीक करने में किया जाता है इसका scientific name Asparagus racemosus हैं और इसकी खेती जून से जुलाई के महीने में शुरू हो जाती है और इसकी फसल पूरी तरह तैयार होने में लगभग 18 महीने का समय लग जाते हैं

शतावरी का पौधा कैसा होता है?

शतावरी एक हरा भरा सा दिखने वाली झाड़ीदार और कांटे वाली पौधा होती है जो लगभग 2 से 3 फीट की होती है इसमें फैलने वाली लता होती है जो लगभग 1 से 2 मीटर तक फैलती है इसमें लगे कांटे बहुत ही नुकीले और सीधे होते हैं

शतावरी के पत्ते

इसके पत्ते बहुत ही पतले, छोटे और नुकीले होते हैं जिसके वजह से इसे सूक्ष्मपत्रिका भी कहते हैं

शतावरी के फूल

शतावरी के फूल

शतावरी के फूल आम के फूल जैसे मंजरी में खिलते हैं जो लगभग 2 इंच लंबी होती है इसकी फूल बहुत ही खूबसूरत, सुगंधित और सफेद रंग के होते हैं जो दिखने में बहुत ही आकर्षित लगते हैं जो सितंबर से अक्टूबर के महीने में निकलते हैं

शतावरी के फल

शतावरी के फल आकार में मटर जैसे होते हैं जो शुरुआती में हरे रंग के होते हैं और पकने के पश्चात लाल रंग के हो जाते हैं इसके फल में लगभग 1 से 2 बीज निकलते हैं जिसे पुनः बुवाई के लिए उपयोग किया जाता है

शतावरी के जड़े

शतावरी की जड़े गुच्छो में होती है जिसे निकालने पर इसकी जड़ों की मोटाई 2 सेंटीमीटर और लंबाई 30 से 100 सेंटीमीटर तक होती है इन जड़ों की खासियत यह है कि इनके दोनों तरफ के सिरे नुकीले होते हैं और इन जड़ों में पतले और भूरे रंग के छिलके होते हैं इन छिलकों को निकालने पर इसके अंदर दूध की तरह सफेद रंग की जड़े निकलती है जिसे हम औषधि बनाने के लिए इस्तेमाल करते हैं

शतावरी के फायदे | Benefits of asparagus in hindi 

1. महिलाओं के शरीर की कमजोरी के लिए – वे महिलाएं और लड़कियां जो बहुत ही कमजोर और दुबले-पतले हैं एकमात्र शतावरी का प्रयोग से ही अपनी सारी कमजोरी और दुबलापन को दूर कर सकते हैं लेकिन इसे सही मात्रा में और सही समय लेना बहुत ही जरूरी है इसे लेने के लिए रात को खाने के घंटे बाद सोते समय एक गिलास गुनगुना दूध में 3 से 5 ग्राम शतावरी चूर्ण को डालकर इसका सेवन करें आप चाहे तो इसके साथ थोड़ी धागे वाली मिश्री भी डाल सकते हैं इसे लेने के शुरुआती दिनों से ही आपके शरीर के अंदर ऊर्जावान महसूस होने लगेगी और 2 से 3 महीने रोजाना लगने से हैं आश्चर्यजनक फायदा देखने को मिलेगा

2. महिलाओं के ब्रेस्ट की कमी के लिए – आज के युग में सुंदर और एक अच्छी पर्सनैलिटी वाली शरीर होना बहुत ही जरूरी होती है खासकर लड़कियों के लिए क्योंकि ऐसे कई सारे रिश्ते होते हैं जो सुंदर और अच्छी पर्सनैलिटी ना होने की वजह से टूट जाते हैं इसलिए वो ऐसी महिलाएं या लड़कियां जो अपनी ब्रेस्ट की साइज कम होने से परेशान हैं और उसे बढ़ाकर अच्छी लुक पाना चाहते हैं तथा अंदरूनी कमजोरी दूर करना चाहते हैं तो आप शतावरी का सेवन करना शुरू कर सकते हैं यह लड़कियों और महिलाओं के लिए सबसे अच्छी औषधि मानी जाती है

3. Gym वाले लड़कों के लिए – वैसे लोग जो हमेशा जिम जाते हैं और जी तोड़ मेहनत करते हैं लेकिन फिर भी कोई रिजल्ट देखने को नहीं मिलता है या कोई बॉडीबिल्डिंग सप्लीमेंट खरीदना चाहते हैं लेकिन उतना बजट नहीं होता है तो उसके जगह पर आप शतावरी अश्वगंधा और सफेद मूसली का प्रयोग कर सकते हैं इन तीनों का मिक्स बनाकर एक गिलास दूध के साथ 5 ग्राम की मात्रा में सेवन करना शुरू कर सकते हैं इससे आपको उस सप्लीमेंट से कई गुना अधिक फायदा देखने को मिलेगा और यह पूरी तरह नेचुरल के होने के वजह से इससे किसी भी प्रकार का नुकसान होने का डर भी नहीं रहेगा

4. लिकोरिया के लिए – वैसे महिलाएं या लड़कियां जिनको सफेद पानी आता है यानी लिकोरिया की समस्या है वह शतावरी का प्रयोग करें इससे आपकी पुरानी से पुरानी लिकोरिया या सफेद पानी आने की समस्या बिल्कुल ठीक हो जाएगी

5. छोटे बच्चों के मां के लिए – वैसे महिलाएं जो नई नई मां बनी है और स्तन में दूध नहीं बन रही है या बहुत कम बन रही है तो वे महिलाएं 3g शतावरी चूर्ण और 2g भुना हुआ जीरा का पाउडर इन दोनों को एक गिलास दूध में मिलाकर सेवन करना शुरू कर देंगे से कुछ ही सप्ताह में आपकी स्तन में दूध ना आने की समस्या दूर हो जाएगी और आपके स्तन में अधिक दूध बनना शुरू हो जाएगी

6. अनिद्रा की समस्या के लिए – वैसे व्यक्ति जिन्हें रात को नींद ना आने की समस्या है वह एक गिलास दूध लेकर उसमे 10 ग्राम सतावर की चूर्ण मिलाकर उसका खीर पकाए और फिर इसमें धागे वाली मिश्री भी डाल दे और जब यह पूरी तरह खीर जैसा बन जाए तब इसका सेवन रात को सोने से पहले कर ले इससे आपकी अनिद्रा यानि नींद ना आने की समस्या धीरे-धीरे दूर हो जाएगी और आपको गहरी नींद आना शुरू हो जाएगी

7. गले की खराश के लिए – अगर आप को गले में खराश रहती है या हो गई है तो आप एक चम्मच शहद के साथ थोड़ा सा सतावर चूर्ण मिलाकर चाटे इससे आप की गले की खराश ठीक हो जाएगी

8. शौच करते समय शौच के साथ खून निकलना – ऐसे लोग जिनको शौच के माध्यम से खून आ रहा है लेकिन इसका कारण पता नहीं चल पा रहा है तो आप 3 ग्राम शतावरी को एक गिलास गुनगुना दूध में डालकर मिलाएं और ऊपर से थोड़ी मिश्री भी डाल दें और सुबह नाश्ते के बाद और रात को सोने से पहले इसका सेवन करना शुरू कर सकते हैं इससे आपकी यह समस्या जड़ से ठीक हो जाएगी

Note ( अगर आपको अधिक खून आने की समस्या है या अधिक खून आने से आपको कई दिक्कतें हो रही है तो आप एक बार अपने डॉक्टर से जरूर दिखा ले)

9. यूरिन की समस्या के लिए – वैसे व्यक्ति जिनको पेशाब रुक-रुक कर आती है या पेशाब के रास्ते जलन होती है यह बार-बार पेशाब जाना पड़ता है या ऐसी कोई भी समस्या है तो आप शतावरी का चूर्ण आधा चम्मच और गोखरू का काढ़ा प्रयोग कर सकते हैं

10. स्वपनदोष के लिए – स्वपनदोष एक ऐसी समस्या है जो 15 से 30 वर्ष की हर युवकों में होती है स्वपनदोष होना कोई बीमारी नहीं है अगर महीने में दो बार हो तो लेकिन अगर आपको महीने में इससे अधिक स्वपनदोष होती है यानि सप्ताह में तीन से चार बार स्वपनदोष हो जाती है तब यह बहुत बड़ी समस्या बन जाती है क्योंकि इससे पेट में कब्ज होना, पूरा दिन खराब जाना, पूरा दिन भर कमजोरी महसूस होना जिसके वजह से कोई भी काम में मन नहीं लगना ऐसी कई सारी समस्या हो जाती है और यह समस्या अधिक दिनों तक रहने से शरीर भी धीरे-धीरे कमजोर होने लग जाता है

अगर आपको बार-बार स्वपनदोष हो रही है और इसके वजह से यह सारी समस्या उत्पन्न हो रहे हैं तो आप शतावरी का चूर्ण 2 से 3 ग्राम की मात्रा में एक गिलास गुनगुने दूध के साथ पीना शुरू कर दे इससे आपकी समस्या जड़ से खत्म हो जाएगी और अगर आपके पेट में अधिक गर्मी रहती है तो आप एलोवेरा और आंवला का जूस भी पी सकते हैं

11. धातु रोग के लिए – ऐसे लोग जिन्हें धातु रोग की समस्या है यानी शौच के समय पेशाब के साथ सफेद रंग का तरल पदार्थ निकलता है जिसे हम धातु या गुप्त रोग भी कहते हैं यह इतनी बड़ी समस्या होती है कि इससे कई सारे नुकसान होने लगते हैं जिससे आदमी अपना जीने की शौक भी खो देता है

लेकिन अगर आप इस समस्या से छुटकारा पाना चाहते हैं तो आपको सच्चे मन से शुद्ध विचार से इसे ठीक करेंगे तो यह बहुत ही आसानी से और बहुत ही जल्द ठीक हो जाएगी लेकिन इसके लिए आपको

1. कभी भी गंदी बिचारे नहीं रखनी है

2. गंदी बातें, गंदी कामे, गंदी तस्वीरें या गंदी फिल्में नहीं देखनी है

3. गर्म, तीखे और अधिक मसाले वाले भोजन आपको नहीं खानी है

4. इसके बाद अगर आपके पेट में गर्मी है तो आप आंवला और एलोवेरा का जूस पी सकते हैं इससे आपका पेट अच्छी तरह से साफ और स्वस्थ रहेगा

5. इसके बाद आप रात को खाना खाने की 1 घंटे बाद सोते समय एक गिलास गुनगुना दूध में शतावरी और अश्वगंधा 2 ग्राम की बराबर मात्रा में मिलाकर इसका सेवन करना है इससे आपकी समस्या जड़ से ठीक हो जाएगी

Note – अगर आप इसे ठंड के मौसम में सेवन कर रहे हैं तो अश्वगंधा और शतावरी साथ में ले सकते हैं लेकिन अगर आप इसे गर्मियों के दिनों में सेवन कर रहे हैं तो आप केवल शतावरी का ही प्रयोग करें क्योंकि अश्वगंधा बहुत ही गर्म होती है जिससे यह या दवा काम नही आएगी

शतावरी के नुकसान और कुछ सावधानियां

1. अगर किसी व्यक्ति को शतावरी लेने से जी मचलना, उल्टी आना, तेजी से दिल धड़कना, चक्कर आना, स्किन या आंखों में खुजली होना, तथा सांसे लेने में तकलीफ होना, अगर ऐसी कोई लक्षण अधिक दिनों तक दिखे तो शतावरी का सेवन करना तुरंत बंद कर दें

2. शतावरी को कभी भी अधिक मात्रा में सेवन ना करें क्योंकि इससे पतले दस्त की समस्या उत्पन्न हो सकते हैं

3. ऐसे लोग जिन्हें डायबिटीज या low ब्लड प्रेशर की समस्या है वह इसका सेवन ना करें ऐसे लोग अपने डॉक्टर की सलाह लेकर ही इसका सेवन करें

4. छोटे बच्चों से शतावरी को दूर रखें

5. गर्भवती महिलाएं और स्तनपान कराने वाली महिलाएं डॉक्टर के सलाह के बिना कदापि शतावरी का सेवन ना करें

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