About flaxseeds in Hindi:- फ्लैक्सीड जिसे हिंदी में अलसी के बीच कहते हैं यह गर्म तासीर की होती है जिसका वैज्ञानिक नाम Linum usitatissimum हैं और इसका उपयोग कई सारे व्यंजनों एवं कई सारे शारीरिक रोग को खत्म करने में क्या जाता है
Meaning of flaxseeds in
हिंदी – अलसी और तीसी
इंग्लिश – लिनसीड ( Linseed ) फ्लेक्स ( flex)
कुल – linaceae ( लाइनेसी )
वैज्ञानिक नाम – Linum usitatissimum
फ्लेक्स सीड्स दो प्रकार के होते हैं
1. भूरी अलसी
2. पिली या सुनहरी अलसी
अलसी की खेती
अलसी की खेती पूरे विश्व में की जाती है जिसमें सबसे अधिक उत्पादन कनाडा, चीन, रूस, और फिर भारत में होती है
Table of Contents
अलसी के बीज क्या हैं | What is flaxseeds in Hindi
अलसी के बीज देखने में बहुत ही छोटे छोटे होते हैं जिसके रंग सफेद पिले लाल या थोड़े काले भी होते हैं लेकिन इसी छोटी सी बीच में कई सारे से पोषक तत्व होते हैं जो हमारे शरीर को रोग मुक्त कर स्वस्थ और सुंदर बनाते हैं
अलसी बीज के फायदे | Benefits of flaxseeds in Hindi
अलसी के बीजों में काफी प्रचुर मात्रा में सोडियम, पोटैशियम, कॉपर, आयरन, मैग्नीशियम, फोलेट, विटामिन ए, विटामिन सी, विटामिन ई, प्रोटीन, फाइबर, कार्बोहाइड्रेट्स इसके अलावा अलसी के बीज में ओमेगा 3 फैटी एसिड होती है जो अधिकतर मछलियों में पाई जाती है
1. मूत्र संबंधित रोगों के लिए – अगर किसी व्यक्ति को पेशाब संबंधित रोग जैसे पेशाब रुक रुक कर आना, पेशाब करने वक्त जलन देना, पेशाब के रास्ते से खून आना आदि अगर कोई ऐसी समस्या है तो वह अलसी बीज के चूर्ण को 10 से 12 ग्राम की मात्रा में थोड़ी सी मिश्री मिलाकर और इसे 3 – 3 घंटे के अंतराल में सेवन करने से पेशाब संबंधित रोग ठीक होती है
2. सिरदर्द की समस्या के लिए – अक्सर किसी न किसी व्यक्ति को कोई कारण वश सिर में दर्द की समस्या बनी रहती है जिसके लिए आप अलसी के बीजों को पीसकर ठंडे पानी से लेप बनाकर इसे लगाने से काफी आराम मिलता है
3. आग से जले हुए जख्म को ठीक करने के लिए – आग से जले हुए जख्म के दर्द को ठीक करने के लिए आप चूने का निथरा हुआ जल और दूध अलसी के तेल को बराबर मात्रा में लेकर मिलाएं मिलाने के बाद यह एक मलहम जैसा हो जाता है जिसे आप जले हुए निशान पर लगा दें इससे तुरंत आग से जले हुए जलन ठीक हो जाता है
4. वीर्य दोष दूर करने के लिए – कई लोगों को गलत आदतों या गलत खान-पान के कारण वीर्य पतला या धातु रोग हो जाता है जिससे सेक्स करने की शक्ति भी छिन जाती है के लोग काफी निराश हो जाते हैं ऐसे में आप अलसी को शहद और काली मिर्च के साथ सेवन कर सकते हैं इससे आपका वीर्य दोष दूर तो होगा ही साथ ही सेक्स करने की ताकत भी बढ़ेगी
5. नींद ना आने की समस्या के लिए – कई लोगों को नींद ना आने की बीमारी होती है जिससे लोगों को कई तरह की परेशानी झेलनी पड़ती है लेकिन व्यक्ति अगर इस अलसी और अरंडी तेल को बराबर मात्रा में मिलाकर कांसे की थाली में पीसकर अपने आंखों में इस मिक्सर को काजल की तरह लगाए तो इससे उसको काफी अच्छी नींद आएगी
6. बवासीर की समस्या के लिए – बवासीर एक ऐसी समस्या है जो अधिक कब्ज होने के कारण उत्पन्न होती है जिससे लोग काफी परेशान रहते हैं लेकिन इस कब्ज को ठीक किया जाए तो ऐसी समस्या को दूर करने में काफी आसानी हो सकती है तो इस कब्ज की समस्या को दूर करने के लिए आप 5 से 7 मिली अलसी के तेल का प्रयोग कर सकते हैं इससे कब्ज की समस्या दूर होगा साथ ही बवासीर में काफी लाभ मिलेगा
अलसी के उपयोग | uses of flaxseeds in Hindi
1. अलसी का उपयोग तेल के रूप में किया जाता है
2. तुलसी के बीज का उपयोग चूर्ण के रूप में किया जाता है
3. अलसी का उपयोग पेस्ट के रूप में भी किया जाता है
4. अलसी का उपयोग लड्डू बनाने में किया जा सकता है
5. अलसी के बीजों को भूना जाता है और इस भुने हुए बीज को काला नमक के साथ मिलाकर इसका उपयोग किया जाता है
अलसी का चूर्ण उपयोग करने का सही मात्रा
अलसी का चूर्ण– 2 से 5 ग्राम
अलसी के नुकसान | side effects of flaxseeds in Hindi
1. अलसी के बीज गर्म तासीर की होती है जिसे अधिक मात्रा में सेवन करने से पेट में कब्ज, गैस, दर्द और मरोड़ जैसी कई समस्या उत्पन्न हो सकती है इसलिए कभी भी इसे अधिक मात्रा में सेवन ना करें
2. गर्भवती महिलाओं को और स्तनपान कराने वाली महिलाओं को अलसी के बीज और अलसी के तेल दोनों का ही उपयोग नहीं करना चाहिए
3. जो लोग रक्त को पतला करने वाली दवाइयां खा रहे हैं वह अलसी का प्रयोग अपने चिकित्सक की सलाह से ही लें
4. चूँकि अलसी के बीज में कोलेस्ट्रॉल को कम करने वाले गुण होते हैं इसलिए जिस भी व्यक्ति को कोलेस्ट्रॉल का स्तर कम है वह इसका सेवन ना करें
5. लड़कियां मासिक धर्म के समय अलसी बीज का सेवन ना करें
6. अलसी के अधिक उपयोग से आंतों को नुकसान हो सकता है
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